meta name="google-site-verification" content="HvZ8Wvtz5ZGDSlztNCSl1kQSm4gKtDJzD-71oX3W81U" /> नजरिया

नजरिया

 कामयाबी की बुनियाद है नजरिया।

जिस तरह मजबूत इमारतों के लिए मजबूत बुनियाद की जरूरत होती है, ठीक उसी तरह सफलता के लिए भी एक मजबूत बुनियाद की जरूरत होती है और वह है- आपका नजरिया।

 

'एटिट्यूड' (नजरिया) सबसे महत्वपूर्ण लफ्ज है। जिंदगी के हर हिस्से में इसका महत्व है, चाहे वह आपकी पर्सनल लाइफ हो या फिर आपकी प्रोफेशनल लाइफ। चाहे आप किसी भी क्षेत्र में काम कर रहे हों, कामयाबी का आधार है, आपका नजरिया। वास्तव में व्यक्ति कोई विशेष नजरिया लेकर पैदा नहीं होता है। यह निर्भर करता है हमारे आसपास के परिवेश, अनुभव एवं शिक्षा पर। हम जिस माहौल में रहेंगे वैसे ही बन जाएँगे। अच्छे माहौल में सामान्य व्यक्ति की भी काम करने की शक्ति बढ़ जाती है, जबकि घटिया माहौल में अच्छे वर्कर की भी कार्य क्षमता गिर जाती है। 

 

किसी व्यक्ति का सोचने का तरीका सकारात्मक होता है, तो किसी का नकारात्मक। सकारात्मक सोच वाले व्यक्ति विनम्र, धैर्यवान, आत्मविश्वासी, आशावादी और दूसरों का खयाल रखने वाले होते हैं। वहीं नकारात्मक नजरिए वाले व्यक्ति निराशावादी, आलसी, ईर्ष्यालु, व्यावसायिक आलोचक और टालमटोली स्वभाव के होते हैं। सकारात्मक नजरिया ही किसी व्यक्ति की सफलता के विस्तार का पैमाना है। यह व्यक्ति को समाज में योगदान देने वाला बनाता है, एक अच्छी शख्सियत का निर्माण करता है। हॉवर्ड यूनिवर्सिटी द्वारा किए गए एक अध्ययन में यह तथ्य सामने आया है कि जब कोई व्यक्ति सफलता पाता है तो उसमें 85 फीसदी हिस्सेदारी उसके सकारात्मक नजरिए की होती है और बाकी के 15 फीसदी में उस व्यक्ति की स्मार्टनेस और ज्ञान शामिल होता है। अतः व्यक्ति को अच्छा नजरिया बनाने के लिए के उपाय करना चाहिए- 

* अपनी सोच बदलें और अच्छाई खोजें। 

* हर काम तुरंत करने की आदत डालें। 

* अहसानमंद होने का नजरिया अपनाएँ। 

* लगातार ज्ञान हासिल करने की आदत डालें। 

* अच्छे स्वाभिमान का निर्माण करें। 

* बुरी संगत से दूर रहें। 

* जो काम जरूरी हैं, उन्हें पसंद करना सीखें। 

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